*चंँद अश'आर आज के लिए* ...
आग ने भी आज़माया देर तक
पेट को खाली जलाया देर तक |
इश्क़ ने खुद को सजाया देर तक
चाँद फिर छत पर न आया देर तक |
काठ के उल्लू भी जाने जागना
वक्त ने करतब दिखाया देर तक |
@संगीता श्रीवास्तव 'सुमन'
आग ने भी आज़माया देर तक
पेट को खाली जलाया देर तक |
इश्क़ ने खुद को सजाया देर तक
चाँद फिर छत पर न आया देर तक |
काठ के उल्लू भी जाने जागना
वक्त ने करतब दिखाया देर तक |
@संगीता श्रीवास्तव 'सुमन'